केन्द्र के बिजली महोत्सव को रायगढ़ में लगा झटका!
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत गुरूवार को नगर निगम के लखटकिया ऑडिटोरियम में पूरे ताम-झाम के साथ बिजली विभाग और एनटीपीसी ने बिजली महोत्सव का आयोजन किया। पूरे देश में उज्जवल भारत-उज्जवल भविष्य पावर एट 2047 महोत्सव मनाया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक जन भागीदारी हो और बिजली के क्षेत्र में हुए विकास को बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचाया जा सके, लेकिन इस कार्यक्रम के बारे में न तो लोगों को जानकारी थी और न ही मीडिया बिरादरी को। सब कुछ एकदम गुपचुप तरीके से हुआ।
मौके पर मौजूद बिजली विभाग के अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की, कि जानबूझ कर इतने वृहद कार्यक्रम को लो रखा गया। यहां लो का मतलब है कि जानकर प्रचार नहीं करना। चूंकि कार्यक्रम भाजपा शासित केन्द्र सरकार का है और राज्य में कांग्रेस की सरकार। जाहिर है राजनीति तो होगी ही। केन्द्र की ओर से जारी किये गये बैनर, पोस्टर, फ्लेक्स में से केन्द्रीय नेतृत्व का हर चेहरा गायब था और सूबे के मुखिया का हंसता हुआ नूरानी चेहरा कई पोस्टरों में दिखलाई दे रहा था। कार्यक्रम तय समय से 1 घंटे देर से शुरू हुआ। कार्यक्रम में मौजूद लोग जबरदस्ती बुलाये हुए से प्रतीत हो रहे थे। मंच में फूलों की ऐसी सजावट की गई थी मानों किसी बड़े धनाड्य सेठ के बेटे की शादी हो। फुल साईज का एलईडी डिस्प्ले भी मौजूद था और जो मौजूद नहीं थे वे थे जागरूक और स्थानीय लोग।
कार्यक्रम को लेकर राजनीति की बू बुधवार रात से ही आने लगी थी जब बिजली विभाग के अधिकारी गुपचुप तरीके से छपे आमंत्रण पत्र को सोशल मीडिया पर शेयर कर चुनिंदा लोगों को आमंत्रित करने की कूटरचना करने में जुट गये जबकि इतने बड़े ऑडिटोरियम, इतना महंगा इंतेजाम और राष्ट्रीय कार्यक्रम को लेकर माहौल तो कई दिनों पहले से ही तैयार हो जाता है। छोटे से कार्यक्रम को लेकर शो-ऑफ करने वाला विभाग जिसमें एनटीपीसी भी शामिल है। एक पौधा भी रोप देता है तो खूब प्रचार करता है, लेकिन यहां वह राजनीतिक दबाव के आगे अपने घुटने टेक देता है। मजे की बात यह है कि इसमें भाजपा के लोगों को जानकर नहीं आमंत्रित किया गया था। हरेली की भीड़ और छुट्टी का फायदा इस महोत्सव को मिल गया।